उँगलियाँ

उँगलियाँ

जब नाख़ून बढ़ जाते है तब
नाखून ही काटे जाते है ,
उँगलियाँ नहीं,इसलिए अगर
रिश्तों में दरार आ जाए
तो दरार को मिटाइये
न की रिश्तों को |

गाँठे

गाँठे

पुरानी बातों को पकडे
रखने से रिश्तों में गाँठे
पड़ जाती है |

Bk Shivani

 कितने दूर निकल,

कितने दूर निकल,

कितने दूर निकल,
गए रिश्तों को निभाते,
निभाते खुद को खो,
दिया हमने अपनों को,
पाते पाते |
good morning

 रिश्तों की चमक

रिश्तों की चमक

कुछ रिश्तों की चमक नहीं जाती, 
कुछ यादों की कसक नहीं जाती, 
कुछ दोस्तों से होता है ऐसा रिश्ता, 
के दूर रह कर भी उनकी
महक नहीं जाती ।